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“मन”... ख़यालों का दर्पण! एक आत्मिक काव्य संग्रह है जो जीवन,प्रेम,द्वंद्व और बदलाव जैसे विषयों को सरल शब्दों में छूता है।इसमें हर कविता मन के गहरे भावों की अभिव्यक्ति है, जिसमें पाठक अपने अनुभवों की झलक पा सकते हैं।यह किताब आत्म-अवलोकन की चाह रखने वालों के लिए एक भावनात्मक यात्रा है।जैसे क्षितिज पर आसमान और ज़मीन मिलते दिखते हैं पर वास्तव में कभी नहीं मिलते, वैसे ही लोगों के सपने बाहर से समान लगते हैं, पर भीतर की सच्चाई अलग होती है।हर व्यक्ति की यात्रा अनोखी होती है -यही उसकी असली पहचान है।
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