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"फैसला" डॉ. सत्यवान सौरभ द्वारा रचित एक समकालीन लघुकथा संग्रह है, जो आज के समाज के सबसे तीखे सवालों, विरोधाभासों और मानवीय संवेदनाओं को छोटे-छोटे कथानकों के माध्यम से पाठकों के सामने प्रस्तुत करता है। ये लघुकथाएँ न तो केवल मनोरंजन करती हैं और न ही मात्र भावनात्मक तरलता पैदा करती हैं — ये भीतर तक झकझोरने वाली वे कथाएँ हैं, जो हमें सोचने, टटोलने और अंततः एक "फैसला" लेने पर विवश करती हैं।
मुख्य विशेषताएँ:
प्रासंगिक सामाजिक विषयवस्तु:
जाति, गरीबी, नैतिक पतन, सत्ता-शोषण, मानवीय करुणा, स्त्री-अस्मिता जैसे विषयों को संवेदनशीलता से उठाया गया है।
सीधा-सच्चा लेखन:
लेखक ने कथा शिल्प को अलंकारों और शब्दाडंबर से मुक्त रखकर वास्तविक अनुभवों और दृष्टिकोणों को प्रमुखता दी है।
भावनात्मक गहराई:
हर कहानी पाठक को किसी न किसी स्तर पर छूती है — कभी आत्मा के स्तर पर, कभी सामाजिक चेतना के स्तर पर।
संवादात्मक शैली:
लघुकथाएँ पाठकों के साथ एक ऐसा संवाद रचती हैं, जो केवल...
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