बिलाड़ि द्वय जुगनू आ नूरी लेल शन्तिनिकेतनक एकटा सामान्य दिन, सूर्यकिरणक खिड़कीसँ प्रवेश आ माँछ आ फल-फूल बलाक अबाज, बच्चा सभ बिदा भेलाह स्कूल दिस। मुदा दिन चढ़िते काल-वैशाखी नाम्ना बसन्त कालक बिहाड़िक आगमन, जुगनू आ नूरीक गहिंकी नजरिसँ ऐ असामान्य दिनक सूक्ष्म व