Gajendra Thakur’s KuruKshetram-Antarmanak (Vol. I to VII)- essay-paper-criticism, novel, poems, story, play, epics and Children- grown-ups literature in single binding-published by Shruti Publication,
पानि, साबुनक बुलबुल्ला आ छपाछप। देखू ने चुन्नू-मुन्नू कोना किलोल कऽ रहल छथि!/ पानी, साबुन के बुलबुले और उछल-कूद। देखिए तो चुन्नू मुन्नू कैसे मज़े ले रहे हैं !